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क़ुरान कंठस्थ व पाठ करने की कला का विभाग

दारुल उलूम में क़ुरान कंठस्थ करने व क़ुरान पाठ करने की कला की व्यवस्था है जिसमें शिक्षा अवधि तीन से चार वर्ष है। कंठस्थ करने के साथ साथ पाठ करने की कला में विशेषज्ञता व व्याकरण के अभ्यास का विशेष प्रबंध कराया जाता है।

इस विभाग में कंठस्थ करने व पाठ कला की शिक्षा के साथ छात्रों को अन्य आवश्यक विषयों की शिक्षा भी दी जाती है ताकि छात्र को आगे शिक्षा ग्रहण करने में कठिनाई ना हो।