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छात्रावास व रसोई

दारुल उलूम ताजुल मसाजिद मध्य भारत का केंद्रीय धार्मिक शिक्षा व प्रशिक्षण संस्थान होने के कारण न केवल भोपाल के छात्रों का ही ठिकाना है बल्कि एक बड़ी संख्या छात्रों की भोपाल के आसपास तथा देश के सभी भागों से यहाँ शिक्षा ग्रहण करने आती है भोपाल के बाहर से आने वाले छात्रों की सुविधा हेतु दारुल उलूम में छात्रावास की भी व्यवस्था है। यहां छात्रों की सभी आवश्यकताओं को पूर्ण करने की उचित व्यवस्था के साथ साथ धार्मिक व मानवीय प्रशिक्षण का भी विशेष ध्यान रखा गया है। बड़े तथा छोटे बच्चों के लिए प्रथक छात्रावास की व्यवस्था की गई है। जिसमें विशाल प्रकाशमय तथा वायु युक्त कक्ष हैं। स्वच्छ शौचालय, ठंड में गर्म जल की व्यवस्था, खेल हेतु मैदान तथा व्यायाम हेतु जिम है। आरंभ से ही इस बात की व्यवस्था है कि बच्चों को पलंग पर सुलाया जाए। छात्रों की धार्मिक व मानवीय प्रशिक्षण व देखरेख हेतु हर समय देखरेख करने वाले छात्रावास में रहते हैं। दोपहर तथा मगरिब के पश्चात अधिक शिक्षा हेतु दारुल उलूम के शिक्षकों की व्यवस्था की जाती है।

छात्रों के खान पान की आवश्यकता हेतु रसोई व भोजन कक्ष की व्यवस्था है जहां छात्रों को स्वस्थ व उचित तथा भिन्न प्रकार का भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इस्लामी संस्कृति व तौर तरीक़ौं के साथ भोजन हेतु विशाल भोजन कक्ष है। जहां देखरेख करने वालों की उपस्थिति में छात्र भोजन करते हैं।